जवाहर लाल नेहरू

जीवन परिचय

जवाहर लाल नेहरू

            भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे और स्वतंत्रता के पूर्व और पश्चात भारतीय राजनीति में केंद्रीय व्यक्तित्व थे। महात्मा गांधी के सानिध्य में स्वतंत्रता आंदोलन के सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे तथा 1947 में भारत के एक स्वतंत्र राष्ट्र की स्थापना से लेकर 27 मई 1964 तक भारत पर शासन किया । वे आधुनिक भारत के निर्माता के रूप में जाने जाते हैं तथा एक संप्रभु , समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणतंत्र के वास्तुकार माने जाते थे । बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के रूप में जानते हैं ।

            समानता भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के लिए कांग्रेसी मतदान हुआ तो सरदार पटेल को सर्वाधिक मत मिले उसके बाद आचार्य  कृपलानी को सर्वाधिक मत मिले तीसरे नंबर पर जवाहरलाल नेहरू गांधी को। लेकिन गांधीजी के हस्तक्षेप के बाद सरदार पटेल और आचार्य कृपलानी ने अपने नाम वापस ले लिए । जिसके बाद  नेहरू को  प्रधानमंत्री बनाया गया।

          1947 में स्वतंत्र भारत बनने के बाद सबसे बड़ी चुनौती 500 रजवाड़ों को एक तिरंगे झंडे के नीचे लाना था। उन्होंने भारत के पुनर्गठन के ररास्ते मे उभरी हुई चुनौती का समझदारी पूर्वक सामना कर आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की । उन्होंने योजना आयोग जैसी महत्वपूर्ण संस्था का गठन किया विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित किया और तीन लगातार पंचवर्षीय योजना का शुभारंभ किया। इनकी नीतियों के कारण कृषि और उद्योगका नया दौर शुरू हुआ। नेहरू ने विदेश नीति  के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई । लेकिन पाकिस्तान और चीन के साथ भारत के संबंधों में सुधार नहीं कर सके। पाकिस्तान के साथ समझौते तक कश्मीर मुद्दा और चीन के साथ मित्रता में सीमा विवाद और रास्ते के पत्थर साबित हुए। नेहरू ने चीन की तरफ मित्रता का हाथ भी बढ़ाया लेकिन चीन द्वारा धोखे से 1962 में आक्रमण कर दिया जो नेहरू के लिए एक घातक फैसला साबित हुआ। जिसके कारण नेहरू को दिल का दौरा पड़ने के कारण 27 मई 1964 को नई दिल्ली में निधन हो गया।

     पिता: मोतीलाल नेहरू

     माता: स्वरूप रानी

     जन्म:  14 नव 1889

     मृत्यु : 27 मई 1964 

प्रकाशित पुस्तकें :पिता के पत्र: पुत्री के नाम, भारत की खोज, मेरी कहानी